आज हम बात करेंगे इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स डे की। यानी, दुनिया के हर इंसान को मिलने वाले universal राइट्स या फ्रीडम की मायने नहीं रखता कि आपकी nationality, क्या है। आप किस धर्म या जाति से बिलॉन्ग करते हैं और कौन सी भाषा बोलते हैं। एक Criminal से लेकर एक बच्चे तक, यानी हर कोई, अपने ह्यूमन राइट्स का हकदार है और हमारा कॉन्स्टिट्यूशन, इनका प्रोटेक्टर है। लेकिन क्या आप, अपने राइट्स को जानते हैं? क्या आपको भी लगता है कि एक ह्यूमन बींग होने के नाते, आपको जितनी फ्रीडम मिलनी चाहिए थी, वो नहीं मिल रही? आज जब हम यूनिवर्सल राइट्स की बात कर रहे हैं, तो जानवरों की बात करना भी जरूरी है, क्योंकि आज इंटरनेशनल एनिमल राइट्स डे भी सेलिब्रेट किया जा रहा है। क्या आपके चारों ओर मौजूद, क्रिएचर और एनिमल भी अपने राइट्स को इंजॉय कर पा रहे हैं। आज के दिन की एक और खासियत यह है कि आज नोबेल प्राइज डे भी है। नोबेल प्राइज दुनिया के सबसे prestigious अवॉर्ड्स में से एक है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि विनर्स को मिलने वाली प्राइज मनी, Alfred Nobel के estate से आती है। वो अल्फ्रेड नोबेल, जिन्होंने डायनामाइट, इनोवेट किया, और जिनके नाम पर साढ़े 300 से ज्यादा पेटेंट फाइल हैं। साल 1901 से अब तक, 60 महिलाओं को नोबेल प्राइज मिल चुके हैं और अब तक सिर्फ एक महिला, ने 2 बार यह अवॉर्ड हासिल किया है और वो हैं- Madame Marie Curie।
हमारा परिवार भी हमें कुछ राइट्स देता है और कभी-कभी हमें कंट्रोल करने के लिए कुछ restrictions भी लगाता है। क्या आपको कभी ऐसा लगा कि आपको जो फ्रीडम मिलनी चाहिए, वो आपका परिवार नहीं दे रहा है। हो सकता है कि वो रोक-टोक आपको पसंद ना आती हो, लेकिन ऐसा इसलिए, ताकि परिवार के बाकी सदस्यों के राइट्स इफेक्ट न हों। और जो दुनिया में आपको सबसे ज्यादा प्यार करते हैं, जिनसे बड़ा आपका कोई वेलविशर नहीं, जो आपके हर सुख-दुख में साथ हैं, तो क्या इन अपनों का, आप पर हक जताना, गलत है। याद रखें जो आपको अपना मानता है, सिर्फ वही आप पर हक जताएगा। B-) आज जब हम ह्यूमन राइट्स की बात कर रहे हैं, तो क्यों न जानवरों के अधिकारों की भी बात की जाए, क्योंकि Humans के अलावा, इस प्लैनेट पर कई और creatures भी रहते हैं। आज International Animal Rights Day भी मनाया जा रहा है, जो हमें याद दिलाता है कि animals भी dignity, respect और care डिजर्व करते हैं। चाहे कोई एनीमल हमारा Pet है या नहीं, लेकिन हर unique और interesting animal हमारी लाइफ का हिस्सा है। शायद रास्ते पर चलते हुए आप भी, किसी एनीमल को देखकर मुस्कुराए होंगे या उसकी हालत को देखकर, उस पर दया आई होगी। यूनिवर्सल राइट्स का मतलब है कि आप यूनिवर्स में रहने वाले हर क्रिएचर के राइट्स की रिस्पेक्ट करते हुए, अपने राइट्स को इंजॉय करें।
C-) वर्ल्ड हिस्ट्री में आज का दिन इसलिए भी खास है, क्योंकि आज नोबेल प्राइज डे है, जो एक Swedish engineer और philanthropist, Alfred Bernhard Nobel की अचीवमेंट्स को रिकॉग्नाइज करने के लिए सेलिब्रेट किया जाता है। साल 1901 में पहली बार नोबेल प्राइज दिए गए थे और आज Physics, Chemistry, Medicine, Literature, Economic sciences और शांति के क्षेत्र में, यह अवार्ड दिया जाता है। राष्ट्रपिता गांधी जी कहा करते थे कि, जीवन की जरूरतों को पूरा करना हर व्यक्ति का अधिकार है, लेकिन यह अधिकार पशु और पक्षियों का भी है। यूनिवर्सल राइट्स डे के अवसर पर, द रेवोल्यूशन- देशभक्त हिंदुस्तानी की ओर से मैं, सिर्फ इतना कहना चाहूँगी कि अगर हम देश में शांति और डेवलपमेंट चाहते हैं, तो हर किसी को खुद के साथ-साथ दूसरों के राइट्स की भी रिस्पेक्ट करनी चाहिए और एक रिस्पेक्टफुल नेचर ही, दुनिया का सबसे बड़ा प्राइज है।